वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम के विरोध की आड़ में जिहादी हिंसा के खिलाफ विहिप का राज्यव्यापी प्रदर्शन

कोलकाता, 14 अप्रैल  | वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम के विरोध के नाम पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद सहित कई जिलों में हुई जिहादी हिंसा और हिंदू समाज पर हमलों के विरोध में आज विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी प्रदर्शन किया। विहिप कार्यकर्ताओं ने पूरे बंगाल में जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की।

हाल के दिनों में वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन के विरोध के दौरान बंगाल के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर 24 परगना जिलों में सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं सामने आई थीं। इन घटनाओं में हिंदू घरों, दुकानों और धार्मिक स्थलों पर हमले किए गए, जिससे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया।

विहिप नेताओं का कहना है कि यह हिंसा सुनियोजित और जिहादी मानसिकता से प्रेरित थी, जिसे राज्य सरकार ने रोकने में गंभीर लापरवाही बरती। संगठन ने आरोप लगाया कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और पुलिस प्रशासन ने कई स्थानों पर मूकदर्शक की भूमिका निभाई।

विहिप कार्यकर्ताओं ने आज राज्य के सभी जिलों में एक साथ प्रदर्शन कर जिला अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा, जिसमें राज्यपाल से हस्तक्षेप कर हिंसा में शामिल तत्वों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित हिंदुओं को सुरक्षा एवं न्याय सुनिश्चित करने की मांग की गई।

विहिप की बंगाल इकाई के अध्यक्ष श्री राघवेंद्र शर्मा ने कहा, “राज्य में हिंदुओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हम संवैधानिक तरीके से विरोध दर्ज करवा रहे हैं, लेकिन यदि प्रशासन निष्क्रिय रहा, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।”

इस घटनाक्रम ने राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द की स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जहां एक ओर विपक्षी दलों ने हिंसा की निंदा की है, वहीं तृणमूल कांग्रेस सरकार की ओर से फिलहाल कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।

ज्ञापन सौंपे जाने के बाद अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि राज्यपाल इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। विहिप ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि दोषियों को जल्द सज़ा नहीं मिली, तो वे राज्यभर में और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

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