समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28सितंबर। लोकसभा में BSP सांसद दानिश अली के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कर विवादों में घिरे रमेश बिधूड़ी को BJP ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले पर BSP सांसद दानिश अली का भी रिएक्शन आया है. दानिश अली ने कहा कि रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले में चुनाव की जिम्मेदारी सौंपकर नफरत को इनाम दिया गया है. हालांकि साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला BJP सांसद के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे. BJP ने बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले में चुनावी जिम्मेदारी सौंपी है.
BJP ने बिधूड़ी को इस वजह से सौंपी जिम्मेदारी
जिले में बड़ी संख्या में गुर्जर आबादी होने के कारण BJP मानती है कि बिधूड़ी गुर्जर वोट उसके पक्ष में ला सकते हैं, क्योंकि बिधूड़ी भी गुर्जर समुदाय से आते हैं. इस जिले में विधानसभा की चार सीटे हैं, जिनमें से एक सीट टोंक का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट कर रहे हैं. पायलट भी गुर्जर हैं. भाजपा के इस कदम के बारे में पूछे जाने पर दानिश अली ने कहा, ‘कम से कम थोड़ी मर्यादा तो रखनी चाहिए थी. खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली BJP से जनता इतनी उम्मीद करती है कि अगर उसने कारण बताओ नोटिस जारी किया था तो यह भी सार्वजनिक कर देती कि जवाब क्या है या फिर सीधा कह दे कि हम नफरत को जायज ठहराते हैं और इसका इनाम देते हैं.’
‘लोकतंत्र के मंदिर का किया अपमान’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘आपके (BJP) लोग अब तक नफरत सड़क पर फैला रहे थे, वही काम उन्होंने (बिधूड़ी ने) लोकतंत्र के मंदिर में किया. आप नफरत का ईनाम दे रहे हैं. भाजपा का चाल चरित्र, चेहरा बेनकाब हो गया.’ अली के अनुसार, भाजपा के लोग समझते हैं कि इस कदम से वे बहुसंख्यक समाज के मतों को एकजुट कर लेंगे, ऐसा नहीं होगा, क्योंकि देश के आम लोग इस तरह की भाषा को कभी स्वीकार नहीं करते. उन्होंने दावा किया, ‘इसका खामियाजा इनको भुगतना पड़ेगा. अगर ऐसे लोगों को जनता इनाम देती है तो लोग समझेंगे कि हमारा समाज सड़ चुका है. मेरे पास गुर्जर समाज के लोग आए और कहा कि वे शर्मिंदा हैं. मेरे समर्थन में हिंदू समुदाय के बहुत सारे लोग आए, वे सभी शर्मिंदा हैं. BJP को लगता है कि इस तरह की हरकतों से फायदा होगा, लेकिन मैं समझता हूं कि देश का आम नागरिक आहत है.’
उम्मीद है कार्रवाई होगी
दानिश अली ने लोकसभा में अतीत की कुछ कार्यवाहियों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘अगर आप परंपराओं और बाबासाहेब के संविधान को तिलांजलि देना चाहते हैं, आप इस देश की संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करना चाहते हैं, नफरत भरे भाषण के लिए मंच प्रदान कर रहे हैं तो देश देख रहा है…, लोग इसका जवाब देंगे. मुझे उम्मीद है कि लोकसभा अध्यक्ष इस पर कार्यवाही करेंगे.’
(इनपुट: एजेंसी)
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