समग्र समाचार सेवा
उत्तर प्रदेश, 17 नवंबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद उभरकर सामने आए हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पहले ही इस नारे से खुद को अलग कर लिया था, और अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अलग रुख अपनाया है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट किया है कि यह नारा बीजेपी का आधिकारिक नारा नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारा नारा है- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास।”
उन्होंने सीएम योगी के बयान पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे के साथ है।
रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा, “न बंटना है, न बांटना है। देश को एकजुट रखना है।” वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने नया नारा दिया, “जुड़ेंगे तो जीतेंगे, आगे बढ़ेंगे।”
बीजेपी के भीतर इस नारे पर मतभेद का कांग्रेस ने जमकर फायदा उठाया। कांग्रेस प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा, “बीजेपी खुद बंट रही है और जल्द ही हटने वाली है।”
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— ABP News (@ABPNews) November 17, 2024
चुनावी माहौल में सीएम योगी के इस नारे ने बीजेपी के भीतर ही बहस छेड़ दी है। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री अपने बयान पर कायम हैं, वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता और मंत्री इससे दूरी बनाते नजर आ रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद आगामी चुनावों में विपक्ष को बीजेपी पर हमला करने का एक और मौका दे सकता है।
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