संयुक्त राष्ट्र महासभा में इमरान खान ने भारत के लिए उगला जहर, भारत ने किया पाक का बहिष्कार

नई दिल्ली, 26 सितंबर 2020। हर बार बेइज्जती होने के बाद भी पाक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा। जी हां संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में पाकिस्तान के पीएम ने अपने संबोधन में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया और भारत के खिलाफ जमकर जहर उगले। लेकिन भारत ने भी उसका करारा जवाब दिया और भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इमरान खान के संबोधन का बहिष्कार कर दिया। इमरान खान के कश्मीर पर झूठ को खारिज करते हुए भारत ने स्पष्ट कर दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है।

भारत की तरफ से पाक को जवाब देते हुए मिजितो विनितो ने कहा कि पाकिस्तान के नेता ने आज कहा कि ऐसे लोग जो नफरत और हिंसा फैलाने का काम करते हैं, उन्हें गैर-कानूनी घोषित कर देना चाहिए। मगर उन्होंने जब ऐसा कहा तो हमें काफी हैरानी हुई, क्या वह खुद का ही जिक्र कर रहे थे?

जानकारी के अनुसार मिजितो विनितो ने आगे कहा, ‘इस हॉल ने आज एक ऐसे व्यक्ति को लगातार सुना है जिसके पास खुद की ओर से दिखाने के लिए कुछ नहीं था, जिसके पास कोई ऐसी उपलब्धि नहीं, जिस पर वह बात कर सके, न ही उसके पास दुनिया को देने के लिए कोई सुझाव नहीं है। इसके बदले हमने देखा कि इस असेंबली के जरिए झूठ, गलत खबरें, युद्ध की धमकी और द्वेष फैलाने का काम किया गया।’

उन्होंने पाकिस्तान पर आगे और प्रहार करते हुए कहा, ‘यह वही देश है, जो खूंखार और लिस्टेड आतंकियों को राज्य फंड से पेंशन देता है। जिस नेता को आज हमने सुना, ये वही शख्स है, जिसने जुलाई महीने में अपनी संसद की एक बहस के दौरान आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को शहीद कहा था।’

इसके आगे उन्होंने कहा, जिस नेता ने आज फिर जहर उगला है, ये वही हैं, जिन्होंने साल 2019 में अमेरिका में सार्वजनिक तौर पर यह स्वीकार किया था कि उनके देश में अभी भी 30-40 हजार आतंकवादी मौजूद हैं, जो पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षित हैं और अफगानिस्तान और भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में लड़ाई (आतंक फैला रहे) लड़ रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है। कश्मीर को लेकर अब जो भी विवाद बचा है, वह पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को लेकर है। हम पाकिस्तान को कहते हैं कि वह उन इलाकों को खाली करे, जिस पर उसने अवैध कब्जा कर रखा है।

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का भारत ने बहिष्कार किया और जैसे ही भाषण के लिए इमरान खान का नाम लिया गया वैसे भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सभा से उठ कर बाहर चले गए। भारत ने यह बहिष्कार पाकिस्तान की ओर से कश्मीर मुद्दा उठाने और भारत के खिलाफ बयान देने को लेकर किया। संयुक्त राष्ट्र सभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि आरएसएस गांधी और नेहरू के सेक्युलर मूल्यों को पीछे छोड़कर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की कोशिश में लगा हुआ है।

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