भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार छठे सप्ताह वृद्धि, कुल भंडार $677 अरब के पार

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 अप्रैल।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिज़र्व) में लगातार छठे सप्ताह वृद्धि दर्ज की गई है। 11 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में देश का फॉरेक्स रिज़र्व $1.567 अरब की बढ़ोतरी के साथ कुल $677.835 अरब तक पहुंच गया है।

आरबीआई की साप्ताहिक रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा माने जाने वाले विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets – FCA) में $892 मिलियन की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे इनका कुल मूल्य $574.98 अरब हो गया है। इन परिसंपत्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में उतार-चढ़ाव का भी असर देखा जाता है।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत के सोने के भंडार में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह $638 मिलियन की बढ़त के साथ अब $79.997 अरब पर पहुंच चुका है। दूसरी ओर, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDRs) में मामूली गिरावट दर्ज की गई और ये घटकर $18.356 अरब पर आ गईं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ भारत की आरक्षित स्थिति में $43 मिलियन की वृद्धि हुई, जो अब $4.502 अरब है।

इस सप्ताह भारतीय रुपये ने भी मजबूती दिखाई और यह डॉलर के मुकाबले ₹85.37 पर बंद हुआ, जो पिछले सप्ताह के ₹85.59 के मुकाबले 0.8% की मजबूती को दर्शाता है। यह मार्च 17 के बाद रुपये का सबसे अच्छा साप्ताहिक प्रदर्शन रहा।

हालांकि मौजूदा बढ़ोतरी सराहनीय है, लेकिन सितंबर 2024 में दर्ज हुआ $704.885 अरब का सर्वकालिक उच्च स्तर अभी भी बरकरार है। 4 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के फॉरेक्स रिज़र्व में एक झटके में $10.872 अरब की बड़ी बढ़ोतरी हुई थी, जो हालिया ट्रेंड का बड़ा संकेतक माना गया।

आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि लगातार बढ़ते विदेशी मुद्रा भंडार से भारत की वित्तीय स्थिरता को मजबूती मिलेगी और यह वैश्विक बाजार की अस्थिरता से निपटने में देश के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच का काम करेगा।

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार न केवल बढ़ती आर्थिक मजबूती का संकेत है, बल्कि यह वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच देश की तैयारियों को भी दर्शाता है। आने वाले समय में यह भंडार भारत की आर्थिक रणनीतियों को और भी मजबूती प्रदान कर सकता है।

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