एमपी बोर्ड 10वीं-12वीं रिजल्ट 2025: बेटियों का दबदबा, एमपीबीएसई के परिणामों में रचा इतिहास!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,6 मई ।
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने वर्ष 2025 के बहुप्रतीक्षित 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा परिणाम आज आधिकारिक पोर्टल mpbse.mponline.gov.in पर जारी कर दिए। हर साल की तरह इस बार भी लाखों छात्र-छात्राओं की धड़कनें इस रिजल्ट के साथ तेज़ हुईं, लेकिन सबसे खास बात यह रही कि इस बार छात्राओं ने पूरे प्रदेश में बाजी मार ली है।

साल 2025 के एमपी बोर्ड परिणामों में छात्राओं ने न सिर्फ परीक्षा उत्तीर्ण करने में बाज़ी मारी, बल्कि मेरिट लिस्ट पर भी कब्जा जमाया। टॉप 10 में से ज़्यादातर स्थानों पर लड़कियों ने अपना परचम लहराया है। यह न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों की बढ़ती जागरूकता का प्रमाण है, बल्कि समाज में बदलाव की बयार को भी दर्शाता है।

कक्षा 10वीं में इस वर्ष कुल पास प्रतिशत लगभग ___% रहा, जिसमें छात्राओं का सफलता प्रतिशत छात्रों से कहीं अधिक रहा। एक नज़र में ही स्पष्ट हो गया कि मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से बेटियां अब हर मोर्चे पर अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। जिला स्तर पर जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर के सरकारी स्कूलों ने भी उम्दा प्रदर्शन कर सबको चौंका दिया।

कक्षा 12वीं के परिणामों में विज्ञान, कॉमर्स और आर्ट्स – तीनों ही संकायों में छात्राओं ने टॉप रैंक हासिल की। विज्ञान वर्ग में प्रथम स्थान पर रही ___ शर्मा (इंदौर), जिन्होंने 98.4% अंक अर्जित कर राज्यभर में मिसाल कायम की। कॉमर्स वर्ग में भोपाल की ___ तिवारी ने 97.8% अंक प्राप्त कर सफलता का नया मानदंड स्थापित किया।

परिणाम घोषित होते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों को बधाई दी और विशेष रूप से छात्राओं के प्रदर्शन को ‘मध्यप्रदेश की असली ताकत’ बताया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “आज की बेटियां कल के मध्यप्रदेश की प्रगति की वाहक हैं। इनकी सफलता हम सभी के लिए प्रेरणा है।”

रिजल्ट घोषित होते ही वेबसाइट पर ट्रैफिक का भारी दबाव देखा गया, जिससे कुछ समय के लिए सर्वर स्लो हो गया। हालांकि कुछ ही मिनटों में तकनीकी टीम ने स्थिति को संभाल लिया और लाखों छात्रों ने सफलतापूर्वक अपने अंक देखे।

रिजल्ट के बाद अब स्टूडेंट्स के सामने करियर के अहम निर्णय लेने का समय आ गया है। 12वीं पास करने वाले विद्यार्थी अब कॉलेज और प्रोफेशनल कोर्सेज की ओर रुख करेंगे, जबकि 10वीं के छात्र स्ट्रीम चयन को लेकर दुविधा में हैं।

MPBSE के 2025 के परिणाम एक बार फिर यह साबित करते हैं कि शिक्षा का असली चेहरा अब बेटियों में दिखता है। यह न सिर्फ परिणामों की जीत है, बल्कि समाज में हो रहे सकारात्मक बदलाव की गूंज भी है।

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