समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1 अप्रैल। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भारत की अध्यक्षता में जी-20 आयोजन को राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में नये सिरे से संतुलन बनाने का उदाहरण बताया है। कल राष्ट्रीय राजधानी में सभ्यता फाउंडेशन के दिल्ली विरासत कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पूरे देश ने जी-20 की भारत की अध्यक्षता का जश्न मनाया। जी-20 कार्यक्रम कई मायनों में राजनीतिक और आर्थिक पुनर्संतुलन का एक उदाहरण था, जहां दुनिया को चलाने वाले, दुनिया को प्रभावित करने वाले या दुनिया पर प्रभुत्व वाले कुछ देशों के बजाय इसका दायरा व्यापक हो गया है।
इसमें साफ तौर पर भारत की भूमिका को पहचान मिली। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि जी-20 कार्यक्रम में ‘राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में नये सिरे से संतुलन बनाने’ के बाद अब ध्यान ‘सांस्कृतिक पुनर्संतुलन’ पर केंद्रित हो गया है। इस आयोजन ने विशाल पैमाने और सफल मेजबानी के कारण दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने कहा कि अब लड़ाई सांस्कृतिक पुनर्संतुलन की है और इसीलिए आज हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी विरासत, अपनी सभ्यता, अपनी संस्कृति, अपनी जीवन शैली, अपनी आस्था और अपनी मान्यताओं को सामने रखें। यह कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पारंपरिक राजनीति की तरह ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर लोगों, खासकर युवाओं को यह समझना है कि देश क्या चाहता है तो देश की विरासत के बारे में ज्ञान प्राप्त करना उनका दायित्व है।
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