समग्र समाचार सेवा
देहरादून,17नवंबर।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को श्री बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की और दोनों मुख्यमंत्रियों ने यहां उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। इसके उपरान्त दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री भारत के अन्तिम गांव माणा एवं भीम पुल एवं सरस्वती पुल का भ्रमण भी किया। त्रिवेन्द्र और योगी ने आईटीबीपी, सेना एवं सीमा सड़क सगठन (बीआरओ) के जवानों से मिले और उनका हौंसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने बदरीनाथ में बर्फ के कारण यातायात एवं अन्य व्यवस्था सुचारू रखने के लिए जनपद चमोली को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की, ताकि श्रद्वालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे कई वर्षों के बाद भगवान श्री बद्री विशाल के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। उत्तराखण्ड के चारों धाम पर्यटन के विकास एवं श्रद्धालुओं की श्रद्धा एवं आस्था के सम्मान को ध्यान में रखते हुए आज की आवश्यकता के अनुरूप विकास की जिन नई ऊंचाईयों को छूते हुए दिखाई दे रहे हैं, वह अत्यंत सराहनीय एवं अभिनंदनीय है। उन्होंने कहा कि यहां के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के नेतृत्व में उत्तराखण्ड के विकास के लिए किये जा रहे सभी प्रयासों के लिए हृदय से उनका अभिनन्दन करता हूं। योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के बीच पिछले 18-20 वर्षों से बहुत से विवाद चले आ रहे थे। ये विवाद उत्तराखण्ड के नये राज्य बनने के बाद से ही चल रहे थे। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने अपने रचनात्मक और सकारात्मक पहल से इन सभी समस्याओं का समाधान करने में सफलता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप ही हरिद्वार में अलकनन्दा होटल जो उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम का था, जिस पर लम्बे समय से विवाद था। दोनों राज्यों की सरकारों ने आपसी सहमति से तय किया कि अलकनन्दा होटल उत्तराखण्ड सरकार को सौंपेगे और उत्तर प्रदेश सरकार उसी के बगल में एक नया भागीरथी पर्यटन आवास गृह बनायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस अतिथि गृह का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। हरिद्वार कुंभ से पहले इसे जनता को समर्पित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड मेरी जन्म भूमि भी है, मैंने अपना बचपन उत्तराखण्ड में ही बिताया। पिछले तीन दिनों से यहां के तीर्थ स्थलों के दर्शन करने करने का सौभाग्य मिला। यहां पर नया सीजन प्रारम्भ होने पर पर्यटन आवास गृह का कार्य भी प्रारम्भ होगा। हमारा प्रयास है कि एक वर्ष के अन्दर यह कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। इस पावन धाम ने अनेक संतों एवं योगियों ने अपनी साधना, योग एवं तप से इस पावन धरती को पवित्र किया है। योगराज सुन्दरनाथ जी की तपस्थली भी श्री बदरीनाथ में है। यहां पर योगराज सुन्दरनाथ जी गुफा भी है। उन्होंने इच्छा जताई कि उत्तराखण्ड सरकार उनकी गुफा का पुनरूद्धार करे तो बहुत अच्छा कार्य होगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ श्री केदारनाथ एवं श्री बदरीनाथ जी के दर्शन करने का अवसर मिला। उत्तर प्रदेश विश्रामालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास हुआ। यह एक बड़ी उपलब्धि है। देशभर से श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां आते हैं, इस पर्यटक आवास गृह बनने से उनके लिए एक और सुविधा बढ़ जायेगी। योगी जी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश जैसा विशाल राज्य आज विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। योगी जी ने नेतृत्व में उत्तर प्रदेश एक उत्तम प्रदेश बने इसके लिए कामना करता हूं।
दोनों मुख्यमंत्रियों के बदरीनाथ के दर्शन हेतु आगमन पर देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों ने स्वागत किया। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, उत्तर प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस. भदौरिया, एसपी चमोली यशवंत सिंह चैहान एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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